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मशरूम की खेती : बस 20 दिन में कमाएं लाखों...मशरूम की खेती करने का ये तरीका मालामाल बना देगा!



आज के समय में मशरूम खेती ग्रामीण इलाकों में किसानों के लिए एक बड़ा वरदान बनती जा रही है. कम जमीन, कम मेहनत और कम लागत में ज्यादा मुनाफा देने वाली इस खेती को अब छोटे किसान भी अपना रहे हैं. बढ़ती मांग और सेहत के लिए इसके फायदों के कारण, मशरूम का बाजार तेजी से बढ़ रहा है. खासकर, शहरी इलाकों में इसका सेवन बढ़ा है, जिससे किसानों को अच्छी कीमत मिल रही है.मशरूम की खेती न केवल किसानों की आमदनी बढ़ाने का एक बेहतर जरिया बन रही है, बल्कि सरकारी सहायता के जरिए इसे और प्रोत्साहित किया जा रहा है.

कैसे करें मशरूम की खेती?

मशरूम की खेती (Mushroom Farming) कम लागत और अधिक मुनाफे वाला व्यवसाय है। इसे आप घर या छोटे स्तर पर भी शुरू कर सकते हैं। मशरूम की खेती के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

मशरूम को उगाने के लिए हवादार और अंधेरा स्थान चुनें। यह ग्रीनहाउस, कमरा, या शेड हो सकता है। 20-30°C तापमान और 80-90% नमी की आवश्यकता होती है।मशरूम के लिए स्थान को कीटाणुरहित और साफ रखें।मशरूम खेती की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे करने के लिए ज्यादा जमीन की जरूरत नहीं होती. किसान अपने घर के किसी खाली कमरे या शेड में भी इसकी शुरुआत कर सकते हैं. खेती के लिए गेहूं या धान के भूसे का उपयोग किया जाता है, जो कि आसानी से और सस्ते में उपलब्ध होता है. मशरूम उत्पादन में समय भी कम लगता है, जिससे यह किसानों के लिए एक जल्दी मुनाफा देने वाला विकल्प बन गया है.

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मशरूम की बढ़ती मांग और फायदे:

मशरूम में प्रोटीन, विटामिन और खनिजों की प्रचुरता होती है, जिससे यह घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है.

  • मशरूम का उपयोग कई प्रकार के व्यंजनों में किया जाता है.
  • यह स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है और कई बीमारियों से बचाव करता है.
  • बढ़ती डिमांड के कारण यह किसानों के लिए एक लाभकारी व्यवसाय बन गया है.

कच्चा माल तैयार कैसे करे ?

गेहूं या धान का भूसा, चूरा, या अन्य जैविक सामग्री लें,इसे पानी में भिगोकर 2-3 दिन तक सड़ने दें।इसे साफ पानी से धोकर छान लें।

बीज लगाना :

कम्पोस्ट को बैग, ट्रे, या बक्सों में रखें।
इसमें मशरूम का स्पॉन समान रूप से मिलाएं।
बैग्स या ट्रे को ढक दें ताकि नमी बनी रहे।
बीज लगाने के बाद, बैग्स या ट्रे को 20-25°C तापमान पर 15-20 दिनों तक रखें।
इस दौरान अंधेरे और नमी का विशेष ध्यान रखें।

देखभाल:
40-50 दिनों तक नियमित नमी और तापमान की निगरानी करें.

बिक्री और मार्केटिंग मशरूम की?
लोकल मार्केट मे इसे बेच सकते और अनलाइन पलटेफ्रॉम,कंपनी ,होटल ऐसे कई जगह इसे बेच सकते है,सुपरमार्केट और किराने की दुकानों को मशरूम की आपूर्ति कर सकते है। 

मशरूम की खेती न केवल एक लाभकारी व्यवसाय है, बल्कि यह अन्य किसानों को पारंपरिक खेती से हटकर एक नया विकल्प प्रदान करता है. अगर आप भी मशरूम की खेती शुरू करना चाहते हैं, तो यूपी सरकार की योजनाओं का लाभ उठाएं और अपनी आमदनी बढ़ाएं.