गेहूं की कीमतों में उछाल, मध्य प्रदेश की मंडियों में ताजा भाव जानें
मौजूदा समय में देश में महंगाई की वजह से आम नागरिक परेशान हैं। रोजमर्रा की चीजों की बढ़ती कीमतों ने हर किसी को प्रभावित किया है, और अब गेहूं की कीमतों में लगातार हो रहे उछाल ने भी चिंता बढ़ा दी है। सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद गेहूं की कीमतें नियंत्रण में नहीं आ पा रही हैं। आज भी मध्य प्रदेश की मंडियों में गेहूं के दाम बढ़ते नजर आए।
गेहू की कीमतों में उछाल का क्या कारण
गेहूं की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी के पीछे कई मुख्य कारण हैं:
- कम उत्पादन:
- पिछले साल मौसम में असामान्य बदलाव और बारिश के कारण गेहूं का उत्पादन प्रभावित हुआ। इससे बाजार में गेहूं की आपूर्ति कम हो गई।
- भंडारण की समस्या:
- किसानों और व्यापारियों द्वारा गेहूं का अधिक भंडारण भी कीमतों में बढ़ोतरी का एक कारण है।
- निर्यात में वृद्धि:
- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गेहूं की मांग बढ़ने से देश में निर्यात ज्यादा हो रहा है। इससे घरेलू बाजार में उपलब्धता कम हो गई है।
- बिचौलियों का हस्तक्षेप:
- मंडियों में बिचौलियों के बढ़ते हस्तक्षेप के कारण भी कीमतों में वृद्धि देखी गई है।
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Madhya Pradesh के सभी मंडियों के ताजा भाव
मंडी का नाम | आवक (टन में) | न्यूनतम रेट (रु./क्विंटल) | अधिकतम रेट (रु./क्विंटल) | मोडल रेट (रु./क्विंटल) |
---|---|---|---|---|
जबलबुर | 51.1 | 2988 | 3098 | 3093 |
अशोकनगर | 13.39 | 2740 | 4380 | 4380 |
इंदौर | 125.16 | 2941 | 4127 | 3181 |
गुना | 10.37 | 3195 | 4170 | 4170 |
धार | 62.5 | 2712 | 2712 | 2712 |
खुरई | 1.98 | 3410 | 3410 | 3410 |
मंदसौर | 15.35 | 3200 | 3200 | 3200 |
सेगांव | 26.7 | 3200 | 3230 | 3230 |
विदिशा | 32.19 | 3000 | 3180 | 3170 |
मध्य प्रदेश मे सबसे जायद गेहू का भाव कहा ओर कैसे
- इंदौर:इंदौर में गेहूं की आवक सबसे ज्यादा 125.16 टन रही। यहां न्यूनतम रेट ₹2941 और अधिकतम ₹4127 प्रति क्विंटल दर्ज किया गया।
- गुना:गुना में गेहूं की कीमतें ₹4170 प्रति क्विंटल तक पहुंच गईं। यह बढ़ती मांग और सीमित आपूर्ति का परिणाम है।
- खुरई और मंदसौर:इन मंडियों में भी गेहूं के दाम ₹3200 से ऊपर चल रहे हैं, जो अन्य क्षेत्रों की तुलना में अधिक है।
- धार:धार में गेहूं के भाव अपेक्षाकृत कम हैं, ₹2712 प्रति क्विंटल।
गेहू की कीमत को कैसे कम किया जाए
- किसानों को बेहतर बीज, उर्वरक और सिंचाई सुविधाएं उपलब्ध कराई जानी चाहिए।
- फसलों के भंडारण के लिए बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्था करनी होगी।
- बिचौलियों और व्यापारियों द्वारा बनाई जा रही कृत्रिम मांग पर रोक लगानी चाहिए।
- घरेलू जरूरतें पूरी होने के बाद ही निर्यात को अनुमति दी जानी चाहिए।
निष्कर्ष
मध्य प्रदेश की मंडियों में गेहूं की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। हालांकि, किसानों के लिए यह लाभदायक हो सकता है, लेकिन आम नागरिकों और गरीब वर्ग के लिए यह एक चुनौती बन रही है। सरकार को तत्काल कदम उठाने की जरूरत है ताकि आम जनता पर महंगाई का बोझ कम किया जा सके।